इस अध्याय में हम प्रकाश के बारे में जानेंगे, उसकी विशेषताओं और उसके खेल के बारे में चर्चा करेंगे। प्रकाश विज्ञान के प्रमुख विषयों में से एक है और इसे समझना हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम प्रकाश का खेल – BSEB Class 8th Science Chapter 11 Notes के नोट्स प्रस्तुत कर रहे हैं, जो विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी में सहायता करेंगे।

प्रकाश का खेल – BSEB Class 8th Science Chapter 11 Notes
प्रकाश:- प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो कि विद्युतचुंबकीय तरंगों के रूप में यात्रा करती है। यह हमें देखने की क्षमता प्रदान करती है। सूर्य प्रकाश का प्रमुख स्रोत है, लेकिन हम बल्ब, टॉर्च और अन्य कृत्रिम स्रोतों से भी प्रकाश प्राप्त कर सकते हैं।
प्रकाश की विशेषताएँ
- रेखीय प्रसार: प्रकाश सीधी रेखा में यात्रा करता है।
- वर्तनीयता: प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करने पर अपनी दिशा बदल सकता है।
- परावर्तन: जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है, इसे परावर्तन कहते हैं।
- अपवर्तन: जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है और उसकी गति बदलती है, इसे अपवर्तन कहते हैं।
- विघटन: सफेद प्रकाश को विभिन्न रंगों में विभाजित किया जा सकता है।
प्रकाश का परावर्तन:- जब प्रकाश की किरणें किसी चिकनी सतह, जैसे कि दर्पण से टकराती हैं और वापस लौटती हैं, तो इसे परावर्तन कहा जाता है। परावर्तन के दो नियम होते हैं: आपतन कोण (i) और परावर्तन कोण (r) समान होते हैं। आपतन किरण, परावर्तित किरण और आपतन बिंदु पर अभिलम्ब सभी एक ही समतल में होते हैं।
प्रकाश का अपवर्तन:- अपवर्तन वह प्रक्रिया है जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय अपनी दिशा बदलती है। इसका कारण विभिन्न माध्यमों में प्रकाश की गति में परिवर्तन है। उदाहरण के लिए, पानी में प्रवेश करते समय हवा से आने वाली प्रकाश किरण झुक जाती है।
प्रकाश का विघटन:- सफेद प्रकाश में सभी रंगों का मिश्रण होता है। जब यह सफेद प्रकाश किसी प्रिज्म के माध्यम से गुजरता है, तो यह विभिन्न रंगों में विभाजित हो जाता है। इसे प्रकाश का विघटन कहते हैं। इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप हमें इंद्रधनुष जैसे रंग दिखते हैं।
दर्पण और लेंस:- दर्पण और लेंस प्रकाश के परावर्तन और अपवर्तन के महत्वपूर्ण उपकरण हैं। दर्पण दो प्रकार के होते हैं: समतल दर्पण और वक्र दर्पण (अवतल और उत्तल दर्पण)। लेंस भी दो प्रकार के होते हैं: उत्तल लेंस और अवतल लेंस।
- समतल दर्पण: यह एक सपाट सतह वाला दर्पण होता है जो सीधी और समान छवि बनाता है।
- अवतल दर्पण: यह अंदर की ओर मुड़ा हुआ दर्पण होता है जो विभिन्न प्रकार की छवियाँ बना सकता है।
- उत्तल दर्पण: यह बाहर की ओर मुड़ा हुआ दर्पण होता है जो छोटी और सीधी छवियाँ बनाता है।
- उत्तल लेंस: यह बाहर की ओर उभरा हुआ लेंस होता है जो वस्तुओं को बड़ा दिखाता है।
- अवतल लेंस: यह अंदर की ओर धंसा हुआ लेंस होता है जो वस्तुओं को छोटा दिखाता है\
प्रकाश के प्रयोग:- प्रकाश के विभिन्न प्रयोगों में परावर्तन और अपवर्तन का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, चश्मे में उपयोग होने वाले लेंस, कैमरा लेंस, माइक्रोस्कोप, और दूरबीन में प्रकाश के गुणों का उपयोग किया जाता है। ये उपकरण हमारे जीवन को सरल और उन्नत बनाते हैं।
प्रकाश का दैनिक जीवन में उपयोग
- दृष्टि: हमारी आँखें प्रकाश की मदद से वस्तुओं को देख पाती हैं।
- संचार: ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग करके तेज़ इंटरनेट और संचार संभव होता है।
- चिकित्सा: चिकित्सा उपकरणों में प्रकाश का उपयोग करके विभिन्न उपचार और परीक्षण किए जाते हैं।
- विज्ञान और अनुसंधान: वैज्ञानिक अनुसंधान में माइक्रोस्कोप और दूरबीन का उपयोग होता है।
निष्कर्ष
प्रकाश का अध्ययन विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह न केवल हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भी इसके अनगिनत उपयोग हैं। इस अध्याय के माध्यम से हम प्रकाश के विभिन्न गुणों और उसके प्रयोगों को समझ सकते हैं, जो हमें भविष्य में और भी अधिक ज्ञान प्राप्त करने में सहायता करेंगे।
उम्मीद है कि “BSEB Class 8th Science Chapter 11 Notes” पर आधारित यह लेख विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम की तैयारी में मदद करेगा और उन्हें प्रकाश के बारे में गहराई से समझने में सहायता करेगा।
Pingback: कक्षा 8 विज्ञान - bihar board class 8 science notes in hindi - Openinearn